अमेजन नदी पेरू के एंडीज पर्वतमाला में लैगो विलफेरो से निकलती है और अटलांटिक महासागर में जाकर मिल जाती है। यह विश्व की दूसरी सबसे बड़ी नदी है। जिसकी कुल लंबाई लगभग 6296 किलोमीटर है। अमेजन नदी में 200 से भी अधिक सहायक नदियां आकर गिरते है।
अमेजन नदी की अधिकतम चौड़ाई लगभग 140 किलोमीटर है। यह ब्राजील, पेरू, बोलविया , कोलंबिया तथा इक्वाडोर से होकर बहती है। यह पेरू के एंडीज पर्वतमाला से निकलकर पूर्व की ओर बहती है। मनौस अमेजन नदी के किनारे पर बसा हुआ शहर है जो ब्राज़ील का सबसे बड़ा शहर है।
अमेजन की 1100 से अधिक सहायक नदिया है जिनमे से 17 नदी की लम्बाई 1500 किलोमीटर से ज्यादा है.अमेजन नदी में 3000 से भी ज्यादा मछलियों की प्रजाति पाई जाती है और अभी भी नइ-नई प्रजातीया मिल रही है.दुनिया के समुद्र में जितना मीठा पानी जाता है उनमेसे अमेजन नदी का योगदान 20 प्रतिसद है.
अमेजन नदी के वर्षावन में करीब 500 से अधिक जनजातिया रहेती है जिनमे से 50 से अधिक जनजाति के लोग आज तक किसी के भी संपर्क में नहीं आए है.अमेजन नदी में एक भी पुल नहीं है वो अलग-अलग जगह पर आगे बढती रहेती है. अगर आपको इसके ऊपर से जाना है तो नाव का ही सहारा लेना पड़ेगा.
अमेजन नदी काफी रहस्यमई नदी कही जाती है. खास बात तो यह है की इस नदी के निचे गहेराई में एक और नदी बहेती है. कुछ साल पहेले ही ब्राजील के एक वैज्ञानिक ने खोज की थी की अमेजन नदी के निचे 4 किलोमीटर की गहेराई में रियो हमजा नामक नदी बहेती है.
ऐसा कहा जाता था की अमेजन नदी लम्बाई के मामले में दुसरे नंबर पर है और मिस्त्र में बहने वाली नील नदी दुनिया की सबसे लम्बी नदी है लेकिन हाल ही में हुई शोध से यह पता चला है की अमेजन नदी ही विश्व की सबसे लंबी नदी है.
दूनिया की खूबसूरत और ताकतवर नदियों में अमेजन नदी काफी लोकप्रिय है।
साउथ अमेरिका की अमेजन नदी जीवन से भी बड़ी मानी जाती है। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नदी मानी जाती है। इस नदी को जैव विविधता का केंद्र कहा जाता है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में जीव-जंतु और वनस्पतियां पाई जाती हैं।
साउथ अमेरिका में अमेजन नदी के करीब प्रकृति प्रेमियों को ज्यादा मजा जाता है। धरती का दिल कही जाने वाली अमेजन नदी के किनारे पर सबसे बड़े वर्षावन हैं। ये वन काफी घने हैं। ये वर्षा वन पृथ्वी के पर्यावरण संतुलन को कंट्रोल में एक खास रोल प्ले करते हैं।
अमेजन नदी करीब लाखों वर्ष पहले एक विपरीत दिशा में प्रशांत महासागार की ओर बहा करती थी लेकिन आज यह नदी अटलांटिक महासागर में मिलती है। इसमें आज बड़ी संख्या में झीलें बन चुकी हैं। इन झीलों के किनारे शाम के समय वक्त बिताने का एक अलग ही मजा है।
अमेजन नदी की लंबाई करीब 6,400 किलोमीटर है। अमेजन के किनारें पर ब्राजील, गयाना, फ्रेंच गयाना, बोलिविया, पेरू, इक्वेडोर, कोलंबिया, वेनेजएला और सूरीनाम जैसे देश बसे हैं। इसलिए इस नदी की यात्रा में इसके किनारों पर अलग-अलग देशों के लोग मिलते हैं।
अमेजन नदी की यात्रा बहुत ही आकर्षक लगती है क्योंकि इस नदी में पुल न होने से नाव का ही सहारा होता है। हालांकि अमेजन की सहायक करीब 1100 नदियों में शामिल रियो नेग्रों पर 2010 में एक पुल का निर्माण हुआ है। यह सहायक नदी पर बना पहला पुल है।
डॉल्फिन देखने के शौकीन को यहां पर बड़ी मजा आएगी। इसे डॉल्फिन का घर कहा जाता है। डॉल्फिन इस नदी को गुलाबी रंग वाली छवि प्रदान करती हैं। यहां डॉल्फिन जैसी विभिन्न प्रजातियों के जीव पयर्टकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
अमेजन नदी का पानी काफी स्वादिष्ट है। महासागर में मिलने वाली करीब सात बड़ी नदियों की तुलना में अमेजन नदी का जल इसमें सबसे ज्यादा जाता है। इसका पानी काफी साफ दिखाई देता है। इसलिए छुट्टियों में आप यहां परिवार के साथ अच्छा वक्त बिता सकते हैं।
अमेजन नदी काफी रहस्यमयी भी कही जाती है। खास बात हो यह है कि इस नदी के नीचे एक और नदी बहती है। कुछ साल पहले ब्राजील के वैज्ञानिकों ने खोज की थी कि इस नदी के नीचे 4 किमी तक रियो हमजा नदी बहती है। पर्यटकों को यह प्वाइंट काफी अट्रैक्ट करता है।
दुर्लभ जीवों को देखने के लिए यह जगह बेस्ट है। अमेजन नदी में करीब 30% भाग पर वनस्पतियों और जीवों का कब्जा है। जिनमें करीब वर्षावन फ्लोरा की करीब 40,000 से अधिक प्रजातियां हैं। यहां 2,000 से अधिक प्रजातियां विभिन्न प्रकार की मछलियों की भी हैं।
अमेजन नदी की खूबसूरती को निहारने के लिए दुनिया भर से बड़ी संख्या में पयर्टक आते हैं। यहां पर सनसेट के समय नदी का पानी बेहद खूबसूरत लगता हैं। नदी के एक बड़े हिस्से पर टूरिस्ट के ठहरने और खाने के लिए स्थानीय स्तर पर खास व्यवस्थाएं हैं।
यह जंगल दुनिया का सबसे बड़ा और घना जंगल है और इस घने जंगल में कई सारे राज छिपे हुए है. पूरी दुनिया में 20 % ओक्सीजन देने का काम यही जंगल करता है.
अमेज़न नदी लाखो साल पहेले प्रशांत महासागर की और बहा करती थी लेकिन आज यह नदी अटलांटिक महासागरमें जाकर मिलती है. इस नदी में कई सारी झीले मिलती है.